Tuesday, December 14, 2010

केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने सोमवार को विवोदास्पद बयान दिया और तुरंत अपना बयान वापस लेते हुए अपने आप को प्रवासी भी बताया / खैर गलती इंसान कि फितरत बन कर घर कर गई है / और यह बढती ही जा रही है / एक दबे हुए इंसान को ही दबाया जाता है / चिदम्बरम के बयान ने क्षेत्रवाद कि राजनीति करनेवालों के लिए आग में घी का काम किया है / बाल ठाकरे और राज ठाकरे जैसे नेताओ को एक और जुबान दी है / जिससे वह क्षेत्रवाद और भाषावाद कि राजनीति करते है / कहने को ग्लोबेलाइजेशन का दौर है लेकिन वास्तविकता उसके विपरीत है / क्षेत्रवाद का ही तो रूप है कि नेता राज सत्ता के लिए राज्यों का बत्वार करना चाहते है / और तर्क देते है कि इससे विकास होगा / विकास और अशितत्व कि या लोग बात करते है और खुद प्रदेश के अशितत्व को भूल जाते है / क्योकि इनका अपना ही अशितत्व नहीं है