Sunday, December 13, 2009

राज्य का batwaar क्यो

आज भारतवर्ष क्षेत्रवाद इतना व्यापक तौर पर दिखाई दे रहा है ,की भारत में राज्यों के बटवारे की लहर दोड गई है / एक तरफ तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता के चंद्रशेखर राव की भूख हड़ताल ने तेलंगाना राज्य बन जाने की मांग पर उनकी उम्मीद बढ गई है /दूसरी तरफ उत्तरप्रदेश के बटवारे की बातें चल रही है / क्या यह सही है , क्या उत्तरप्रदेश की कोई संस्कृति नही है ? कुछ लोगो की मूर्तिया इस लिए समाज में स्थापित की जाती है / ताकि लोग उनसे प्रेरणा ले सके लेकिन उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री ने माननीय कांशी राम जी के बगल में अपनी मूर्तिया भी लगवा दी है / आखिर यह क्या है , पार्टी वशीयत का उल्लेख करते हुए मायावती कहती है स्वर्गीय कशी राम जी की इच्छा थी जिन लोगो की मूर्तिया मरने के बाद लगायी जाती है उसे वह देख नही पाते , उनकी मूर्तियों के साथ उनके चाहने वाले की भी मूर्तिया लगे / क्या इस लिए माया वती अपनी मूर्तिया लगवा रहीं हैं / स्वर्गीय कशी राम जी को में भी बहुत चाहता हूँ , इतना की दलित और अल्पसंख्यक डिप्लोमा की पढाई की , दलित मुद्दे पर काम भी करता हूँ / क्यो की दलित की कोई सर्वमान्य परिभाषा नही है ,हर व्यक्ति दलित है जिस के साथ शोषण हुआ हो , वंचित हो , वह दलित है , दलित किसी विशेष धर्म से सम्बन्ध नही है हर धर्म में दलित है हर वर्ग समुदाय में शोषण होता है / कांशी राम जी को में चाहता हूँ इस का यह aashaye नही की मेरी मूर्तिया कांशी राम जी के बगल में lagai जाए / उत्तरप्रदेश को अब bantne की बात हो रही है / कारण बताया ja रह है इससे vikash जल्दी होगा / जो मुख्यमंत्री यह कहता है वह बड़े राज्य का sanchalan नही कर sakane का karan batate है unhe अपनी kurshi छोड़ दे चाहिए /बड़ा state रह कर भी vikash किया ja सकता है /छोटे राज्य banne से क्षेत्रवाद phelega न की vikash / kher यह मेरी ray है इस से जुड़े लोगो की ray अलग हो sakati है

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