Monday, December 14, 2009

राज्य के बटवारे पर .......मूर्तिया

जो नेता यह कहता है की मरने के बाद मूर्तिया लगायी जाती है ,इस से व्यक्ति देख नही पाता, जीवित रहते हुय ही मूर्तिया लगनी चाहिए , ताकि वह देख सके ,मरने के बाद मूर्तिया लगाने से क्या फायदा / मेरा मानना है जो नेता जीवित रहते हुए अपनी मूर्तिया लगवाता है , उसकी मृत्यु के बाद उसकी मूर्तियों को तौड़ देना चाहिए / ऐसा भी वसीयत बनवाना चाहिए /मृत्यु के बाद उसकी मूर्तिया तौड देनी चाहिए / मरने दे बाद न तो नेता को सम्मान की जरुरत है, क्यो की जीवित रहते हुए ही उसने ख़ुद ही मूर्तिया लगा कर सम्मान प्राप्त कर ली , मरने के बाद नेता को क्या सम्मान की जरुरत ......./

1 comment: