Sunday, January 24, 2010

क्षेत्रवाद के बारे में ..........

महाराट्र में टैक्सी का परमिट उसे ही मिलेगा जो महाराट्र में १५ वर्षो से रह रहा है / क्षेत्रवाद का आन्नद पहले शिव सेना और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ही लेती थी /बदनाम थी और है / लेकिन कांग्रेस गटबंधन सरकार में ऐसा नियम कांग्रेस को भी क्षेत्रवाद की श्रेणी में डालता है / अब शिव सेना भूमि पुत्रो को अधिकार दिलाना चाहती है /ऐसा अधिकार जो भारतीय संविधान में नहीं है /शिव सेना और मनसे भारतीय संविधान के उलटे कार्य करते है / यह पूरा हिंदुस्तान जानता है / लेकिन कांग्रेस गटबंधन सरकार का फैसला शिव सेना और मनसे को बल देता है / अगर लोग समझते है की क्षेत्रवादी बनाने से विकास होगा तो वह गलत सोचते है / लोग ही सोचते है तभी तो ऐसे दुष्ट क्षेत्रवादी पार्टियों को बल मिल रहा है जो भारत की एकता और अखंडता को तोड़ रहा है / किसी ज़माने में बम्बई जाना गर्व की बात थी ,फिल्म का गाना भी है बम्बई हम को जम गई /बम्बई एकता की मिसाल लगाती थी /फ़िल्मी दुनिया का केंद्र बना बम्बई / देश विदेश से लोग आये हम देश की बात करगे / देश के कोने कोने से कलाकार बम्बई में इकठा हुए और होते है / आज मुंबई मुम्बा देवी की नगरी में अन्य राज्यों के कलाकारों के घरो पर और उन पर हमला होता है / भारत में ट्रेन भी चली तो मुंबई से / क्या मुंबई की कोई अपनी संस्कृति नहीं है / ऐसा लगता है क्षेत्रवादी नेता रिसर्चर , प्रोफेस्सर , या पि.एच डी कर रहे है / यह खुद ही संस्कृति की परिभाषा नहीं जानते और बात करते है संस्कृति और अधिकार की / यह बात करती है भूमि पुत्रो की भारत की भूमि सभी भारत वाशियों की है यह सभी भूमि पुत्र है / देश की आजादी भारत के भूमि पुत्रो ने दिलाई है / जो की भारत के विभिन्न कोने से है /और यह क्षेत्रवादी दुष्ट बात करते है भूमि पुत्र की / भारत की जनता खाश तोर पर जो राज्य क्षेत्रवाद से प्रभावित है वंहा के लोगो से निवेदन है की ऐसे क्षेत्रवादी पार्टियों को बल प्रदान न करे /

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